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Thursday 20 March 2014

वजन घटाने के उपयोगी उपाय


फिट रहने के लिए सबसे आसान उपाय है अधिक से अधिक पैदल चलना और एलिवेटर की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करना। दिन भर में सीढ़ियों से पांच बार उतरने और पांच बार चढ़ने से काफी लाभदायक होता है।
शारीरिक सक्रियता बढ़ाने के लिए कोई आवश्यक नहीं है कि आप घंटों जिम जाकर एक्सरसाईज करें।
व्यायाम
हैल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि घर की सीढ़ियां चढ़ने और उतरने से शरीर की कैलोरीज काफी हद तक बर्न होती है जो मोटापे को कम करने में सहयक होता है। इसमें न तो पैसे लगते हैं और न कोई परेशानी है। इसमें ज्यादा वक्त भी नहीं लगता और आपकी सांसें भी नहीं फूलती।
दूसरी आसान उपाय है फर्श की ओर चेहरा करके और बाहों को एल (L) आकार में बांधिए, पांव सीधे रखते हुए नितंब और शरीर को एक सीध में लाइए। फिर दंड लगाइए। यह शारीरिक सक्रियता बढ़ाने के लिए सबसे बेहतर व्यायम मानी गई है। यदि इसे हफ्ते में तीन बार 30 सेकेंड के लिए किया जाए, तो इससे काफी लाभ मिलेता है।

Wednesday 19 March 2014

चाय- चाय क्या है और क्या है इसका लाभ

चाय एक प्रकार के पेड़ की पत्ती होती है। यह बहुत प्रसिद्ध है। चाय नियमित पीने के लिए नहीं है। यह आवश्यकतानुसार पीने पर लाभदायक होती है। यह ठंडी प्रकृति वालों के लिए हितकारी है। भूखे पेट चाय पीने से पाचन शक्ति खराब होती है तथा सोते समय चाय पीने से नींद कम आती है। इससे स्नायुविक दर्द (न्यूरेल्जिया) और रक्तचाप बढ़ता है। अत: ऐसे रोगियों के लिए चाय हानिकारक होती है।
यद्यपि चाय को दवा के रूप में विभिन्न कष्टों में प्रयोग करके लाभान्वित हो सकते हैं, किन्तु फिर भी इसे दैनिक पेय के रूप में प्रयोग करने से हानियां होती हैं। चाय आजकल संसार भर में घर-घर आतिथ्य सत्कार का प्रतीक है। घर, प्रवास, खेलकूद के मैदानों, महफिलों, सेमिनारों, राजनीतिक बैठक या सम्मेलनों, कवि सम्मेलन या मुशायरा आदि किसी भी आयोजनों में देखें। सभी जगहों पर चाय का प्रवेश हो चुका है।

पनीर की भुर्जी

पनीर की भुर्जी का स्वाद लाजबाव होता है और इसे बनाना भी बेहद आसान है। इसे आप कभी भी मिनटों में बना कर खा सकते हैं। तो आइये आज पनीर भुर्जी बनाएं।
आवश्यक सामग्री:

  •     पनीर - 250 ग्राम
  •     घी या तेल - 1 टेबल स्पून
  •     जीरा - एक चौथाइ छोटी चम्मच
  •     हल्दी पाउडर - 2-3 चुटकी
  •     हरी मिर्च - 1-2 (बारीक कतर लीजिये)
  •     अदरक - 1 इंच लंबा टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
  •     मटर - आधी कटोरी (छिली हुई)
  •     शिमला मिर्च - 1 छोटी (बारीक कटी हुई)
  •     टमाटर - 1 (छोटा कटा हुआ)
  •     गरम मसाला - 1/6 छोटी चम्मच
  •     नमक - स्वादानुसार (आधी छोटी चम्मच)
  •     हरा धनिया - 1 टेबल स्पून (बारीक कतरा हुआ)

विधि:
पनीर की भुर्जी बनाने के लिए सबसे पहले पनीर को कद्दूकस करके रखे लें। फिर सारी सब्जियों को धोकर काट लें।
उसके बाद कढ़ाई में घी गर्म करें और उसमें जीरा डाल कर भून लें। फिर उसमें हल्दी पाउडर, हरी मिर्च, अदरक, मटर के दाने, शिमला मिर्च और टमाटर डाल कर अच्छी तरह भूनें। इसके बाद पनीर, नमक व गरम मसाला डाल कर सबको अच्छी तरह मिला लें।पनीर भुर्जी तैयार है। अब इसे किसी प्याले में निकाल कर हरे धनिये से सजाइये और गरमा गरम पराठे, चपाती या नान के साथ परोस कर खाइये।

Monday 17 March 2014

हेल्थ टिप्स- पहला सुख निरोगी काया


अगर आराम की नींद सोना चाहते हैं तो सोते समय 'चिंता' न करें और भगवान का 'चिंतन' करें।
पाचन शक्ति ठीक रखने के लिए सही समय पर भोजन करें और भोजन को अच्छी तरह चबा-चबाकर खाएं।
अगर यौनशक्ति ठीक रखनी हो तो कामुक चिंतन न किया करें और सप्ताह में एक से अधिक बार सहवास न किया करें।
अगर आप अधिक अण्डा, मांस खाते हैं और शराब पीते हैं तो अण्डा, मांस खाने से शरीर मोटा-तगड़ा जरूर हो सकता है पर कुछ बीमारियां भी इसी से पैदा होती हैं। शराब पीने से आनंद नहीं आता, बेहोशी आती है और बीमारियां होती हैं।
भोजन करते समय और सोते समय किसी भी प्रकार की चिंता, क्रोध या शोक नहीं करना चाहिए। भोजन से पहले हाथ और सोने से पहले पैर धोना तथा दोनों वक्त मुंह साफ करना हितकारी होता है।
यदि आप मुफ्त में स्वस्थ और चुस्त बने रहना चाहते हैं तो आपको तीन काम करना चाहिए। पहला तो प्रातः जल्दी उठकर वायु सेवन के लिए लम्बी सैर के लिए जाना और दूसरा ठीक वक्त पर खूब अच्छी तरह चबा-चबाकर खाना तथा तीसरा दोनों वक्त शौच अवश्य जाना।
बीमारी की अवस्था में, बीमारी से मुक्त होने के बाद, भोजन करने के बाद, परिश्रम या यात्रा से थके होने पर प्रातःकाल तथा सूर्यास्त के समय और उपवास करते समय विषय भोग करना बहुत हानिकारक होता है।
यदि आप सुख चाहते हैं तो दुःख देने वाला काम न करें, यदि आप आनंद चाहते हैं तो स्वास्थ्य की रक्षा करें। यदि आप स्वास्थ्य चाहते हैं तो व्यायाम और पथ्य का सेवन करें। संसार के सब सुख स्वस्थ व्यक्ति ही भोग सकता है। कहा भी गया है- पहला सुख निरोगी काया।
स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें

Friday 14 March 2014

गर्दन की चर्बी हटाने के लिए योगाभ्यास

उम्र बढ़ने के साथ गर्दन की त्वचा ढीली पड़ने लगती है जो नैचुरल है लेकिन मोटापे बढ़ने के कारण भी गर्दन की चर्बी बढ़ जाती है जिसकी वजह से आप बुढ़े दिखने लगते हैं और चेहरे की सुंदरता नष्ट होने लगती है। ऐसे में खुबसुरत दिखने के लिए योग का अभ्यास आप के लिए बहुत लाभ दायक है-
ब्रह्म मुद्रा- योग में इसका स्थान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। शाम को प्रार्थन करते समय इस मुद्रासन को किया जाता रहा है, क्योंकि इस आसन में गर्दन को चारों दिशा में घुमाया जाता है।
अभ्यास के लिए पद्मासन, सिद्धासन या वज्रासन में बैठकर कमर तथा गर्दन को सीधा रखते हुए गर्दन को धीरे-धीरे दाईं ओर ले जाएं। कुछ सेकंड दाईं ओर रुकें, उसके बाद गर्दन को धीरे-धीरे बाईं ओर ले जाएं। कुछ सेकंड तक बाईं ओर रुककर फिर दाईं ओर ले जाएं, फिर वापस आने के बाद गर्दन को ऊपर की ओर ले जाएं। उसके बाद नीचे की तरफ ले जाएं। फिर गर्दन को क्लॉकवाइज और एंटीक्लॉकवाइज घुमाएं। इस तरह यह एक चक्र पूरा हुआ। अपनी सुविधानुसार इसे 4 से 5 चक्रों में करे। इससे गर्दन की अधिक चर्बी कम होती है और आप सुंदर दिखते हैं।
सावधानियां- जिन्हें सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस या थॉइराइड की समस्या है वे ठोड़ी को ऊपर की ओर दबाएं। गर्दन को नीचे की ओर ले जाते समय कंधे न झुकाएं। कमर, गर्दन और कंधे सीधे रखें। गर्दन या गले में कोई गंभीर रोग हो तो योग चिकित्सक की सलाह से ही यह मुद्रासन करें।
लाभ- जिन लोगों को सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, थॉइराइड ग्लांट्स की शिकायत है उनके लिए यह आसन लाभदायक है। इससे गर्दन की मांसपेशियां लचीली तथा मजबूत होती हैं। आध्यात्मिक दृष्टि से भी यह आसन लाभदायक है। आलस्य भी कम होता जाता है तथा बदलते मौसम के सर्दी-जुकाम और खांसी से छुटकारा भी मिलता है।

हैल्थ से संबंधित अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें------

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