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Sunday 19 January 2014

Fatness can be reduce by sex


सेक्स, मोटापे को कम करने में लाभकर
आजकल लोग मोटापे को दूर करने के लिए क्या-क्या नहीं करते। दुनियां की आवादी का एक बड़ हिस्सा मोटापे से परेशान हैं। वे अपने मोटापे को दूर करने के लिए जटिल व्यायाम से लेकर अनेक प्रकार की दवाइयों का सेवन करते हैं जिससे शरीर की चर्बी तो कम नहीं होता लेकिन बिमारियां जरूर हो जाती है।
सेक्सोलॉजिस्ट के अनुसार सेक्स मोटापा कम करने में सहायक हो
सेक्स विशेषज्ञों के अनुसार सेक्स के समय किए गए 1 kiss से लगभग 9 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है और एक बार किए गए सेक्स में 500 से 1000 कैलोरी खर्च होती है जिससे चर्बी घटता है और मोटापा कम होता है। सेक्स से एंड्रोफिन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे त्वचा सुंदर, चिकनी व चमकदार बनी रहती है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सेक्स से बढ़िया कोई इलाज नहीं। तनाव को दूर भगाने में सेक्स एक वेहतरीन दवा का काम करता है। नियम‍ति सेक्स से पैदा होने वाले हार्मोन से ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी नहीं होती। सेक्स से शरीर में इस्ट्रोजन हार्मोन उत्पन्न होता है, जो हड्डियों की बीमारी नहीं होने देता। सेक्स मोटापा घटाने के साथ-साथ हार्टअटैक, हृदय रोग व मानसिक तनाव को भी दूर रखता है। सेक्स सौंदर्य बढ़ाने में भी सहायक होता है। हेल्दी सेक्स किसी भी थका देने वाली व्यायाम से अधिक लाभकारी होता है।

Thursday 16 January 2014

महिला या पुरुष, किसे चाहिए अधिक नींद और क्‍यों

महिला या पुरुष, किसे चाहिए अधिक नींद और क्‍यों
भारत में आमतौर पर स्त्रियां घर में सबसे पहले उठती है और देर से सोती हैं। क्या आप जानते हैं कि अधिक नींद की जरूरत किसे अधिक हैं स्त्रियों को या पुरूषों को। इस सवाल पर पश्चिमी देशों में काफी समय से बहस होती आ रही है लेकिन अब शोधकर्ताओं ने इसका जवाब ढूंढ लिया है। कुछ शोधकर्ताओं द्वारा किए गए शोधों में पाया गया कि जो महिलाएं पर्याप्‍त नींद नहीं ले पाती वे अवसाद से ग्रस्त हो जाती है और उसमें चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि महिलायें दिन भर अधिक मल्‍टी टास्टकिंग करती हैं इसलिए उनके मस्तिष्‍क को रिकवर करने में ज्‍यादा समय लगता है। इसलिए स्त्रियों को अधिक देर तक सोना चाहिए। साइंस वर्ल्‍ड रिपोर्ट के अनुसार पुरुषों में कम नींद लेने पर इस प्रकार की समस्‍या नहीं देखी जाती। पिछले कई शोधों में हृदय रोग, मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य, स्‍ट्रोक और शरीर में सूजन आदि जैसी समस्‍याओं को नींद की कमी से जोड़कर देखा जाता रहा है। कुछ डॉक्‍टर का कहना है कि नींद की कमी से होने वाली इस परेशानी से बचने के लिए महिलायें दिन में झपकियां ले सकती हैं लेकिन इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि महिलाओं द्वारा ली जाने वाली झपकी नब्‍बे मिनट से ज्‍यादा नहीं होनी चाहिए अन्यथा महिलाओं को रात में सोने में परेशानी हो सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि नींद लेने का एक बड़ा फायदा यह है कि इस दौरान मस्तिष्‍क रिकवर और रिपेयर का काम करता है। उनके अनुसार गहरी नींद, मस्तिष्‍क को विचार, याद्दाश्‍त और भाषा आदि को सुदृढ़ करने में मदद करती है। आप दिन भर में जितना दिमाग इस्‍तेमाल करते हैं, आपको उतना रिकवर करने की जरूरत होती है जो नींद के दौरान ही संभव हो पाता है। इसलिए अच्छी नींद लेना अति आवश्यक है। शोधकर्ताओं के अनुसार महिलाओं को अधिक नींद की जरूरत इसलिए होती है क्‍योंकि वे पुरुषों के मुकाबले अधिक मल्‍टी टास्‍किंग होती हैं लेकिन जन पुरुषों को नौकरी में अधिक मानसिक कार्य करना पड़त है उन्‍हें भी अधिक नींद की जरूरत होती है।

Wednesday 15 January 2014

how to control irritation and make happy life

क्यों आता है गुस्सा?
गुस्सा भी मानव भावनाओं का एक प्रकार है लेकिन जब यह भावना आदत बन जाती है तो आप के साथ-साथ दूसरों पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ने लगता है। अगर आप को गुस्सा अधिक आता है तो आप को चाहिए कि आप अपने गुस्से की सही वजह को पहचाने और उन पर नियंत्रण रखें। गुस्सा एक नेचुरल इमोशन है जो चिड़चिड़ाहट, निराशा और इच्छा अनुसार काम न होने की दशा में उत्पन्न होता है। किसी हल्की झुंझलाहट से लेकर आक्रमक स्थिति को गुस्से के तौर पर परिभाषित किया जा सकता है। हम जानते हैं कि गुस्सा एक नेचुरल इमोशन है जिससे पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन नियंत्रन किया जा सकता है। गुस्सा आना बिल्कुल नॉर्मल है लेकिन अगर गुस्से की वजह से आप और आप के साथ रहने वाले दोस्त और परिवार वाले को नकसान पहुच रहा हो तो इस पर नियंत्रन करना आवश्यक हो जाता है।
गुस्से पर काबु पाने के लिए जरूरी है मानसिक स्वास्थ्यता
गुस्से पर काबू पाने के लिए सबसे पहला कदम यह है कि आप गुस्से को कभी अपने पर हावी मत होने दें। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने मन को शांत रखें और सोचे की गुस्सा क्यू आ रहा है? और इसे गुस्से से आप को क्या लाभ मिलेगा? और क्या नुकसान होगा? क्या आप के गुस्से से आप का काम सही प्रकार से हो जाएगा? क्या आप की परेशानी दुर हो जाएगी? अगर गुस्सा करने से काम नहीं बनता तो गुस्सा करना व्यर्थ है। ऐसे में यह देखे कि आप अगर गुस्से के स्थान पर शांत रहेंगे तो अच्छे से सोच पाएंगे और अपने काम को सफलता पूर्वक कर पाएंगे। गुस्सा आने पर भी अगर आप शांत रहेंगे तो आपकी सोच व्यापक होगी और आप दूसरों के पक्ष को समझ पाएंगे। इसके लिए मानसिक रूप से स्वास्थ्य रहना आवश्यक है। दिमाग को शांत और संतुलन हमेशा बना रखना चाहिए, लेकिन ऐसी स्थिति हासिल करने के लिए लंबी प्रैक्टिस की जरूरत है। अपने गुस्से को शांत रखने के लिए शुरू में सिर्फ 10 मिनट का समय तय करें और मन में ठानें कि इन 10 मिनटों के दौरान मुझे शांत रहना है। चाहे जो हो जाए, मैं अपना मानसिक संतुलन इन 10 मिनटों के दौरान नहीं खोऊंगा, अपने गुस्से पर शांत रखुंगा। धीरे-धीरे वक्त बढ़ाते जाएं। 10 से 15 मिनट, 15 से 20... धीरे-धीरे ऐसी स्थिति आ जाएगी कि मानसिक रूप से शांत और संतुलित रहना आपकी आदत बन जाएगी। इस तरह आप शांत रहकर अपने गुस्से पर काबू पा सकते हैं और अपने जीवन में खुश रह सकते हैं।

गुस्से पर नियंत्रन के लिए योग बहुत लाभकारी है इसका रोजना अभ्यास गुस्से पर नियंत्रन के साथ मन को भी स्वस्थ्य रखता है। योगा से संबंधित अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें- 


Tuesday 14 January 2014

Increase reproduction power by taking red meet


रेड मीट से बढ़ता है प्रजनन क्षमता
प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाले आहार के बारे में हमेशा ही बाते होती रहती है। अभी हाल में ही वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोधों में वैज्ञानिकों ने रेड मीट में ऐसे पोषक तत्‍वों की खोज करने का दावा किया है, जो प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदत करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रेड मीट और सुअर के मांस में ऐसे पोषक
तत्‍व पाए जाते हैं जो किसी व्‍यक्ति की प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकते हैं।  उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जो परिवार बढ़ाने की इच्‍छा रखते हैं, उनके लिए इन पदार्थों का सेवन फायदेमंद रहेगा।
अब वैज्ञानिक शोधों के द्वारा भी यह पुष्टि हो चुकी है कि रेड मीट में पाया जाने वाला पौष्टिक तत्व वास्तव में प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है।
ठीक उसी तरह सुअर का मांस में भी सेलेनियम काफी मात्रा में होता है तथा इसका सेवन वयस्कों में सेलेनियम के स्तर में वृद्धि करता है जो सामान्य प्रजनन क्षमता को बढ़ाने लाभकर है।
विटामिन बी-6 भी प्रजनन और गर्भधारण के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और रेड मीट में विटामिन बी-6 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
रक्सटन ने अपने इस शोध में बताया कि, "वयस्कों को हफ्ते में 500 ग्राम रेड मीट के सेवन करना चाहिए। इस प्रकार हफ्ते में 4 या 5 बार अलग-अलग पशुओं के मांस का सेवन करना चाहिए। यह प्रजन्न क्षमता को बढ़ाने में बहुत मदत करता है। 

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Monday 13 January 2014

Fat reduce by exercise

व्यायाम करने से मांसपेशियों से चर्बी घटती है। एक अध्ययन से पता चला है कि व्यायाम के दौरान हमारी मांसपेशियों में एक प्रकार का पदार्थ स्राव होता है जो चर्बी कम करने में हमारी मदद करता है।
मैसाचुसेट्स जनरल हास्पिटल में नियुक्त तथा अध्ययन के वरिष्ठ लेखक रॉबर्ट गेर्सटेन ने कहा कि व्यायाम के दौरान मांसपेशियों से उत्सर्जित संकेत रक्त परिसंचरण के जरिए वसा उत्तकों एवं लीवर तक पहुंचकर उन्हें प्रभावित करता है।
शोधकर्ताओं को हालांकि पहले से पता था कि पीजीसी-1 नामक प्रोटीन मांसपेशियों में उपापचयी गुणसूत्रों को नियंत्रित करता है तथा मांसपेशियों को व्यायाम के दौरान प्रतिक्रिया करने में मदद करता है लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पीजीसी-1 प्रोटीन अन्य उत्तकों तक संकेत कैसे पहुंचाते हैं।
गेर्सटेन और उनके सहयोगियों ने जब पीजीसी-1 को सक्रिय करने के बाद उत्तकों द्वारा स्रावित चयापचयों की परीक्षण किया तो उन्हें एक ऐसा चयापचय `अमीनोआइसोब्यूटीरिक एसिड` दिखा जो गुणसूत्रों में वसा उत्तकों की सक्रियता को बढ़ाता है, जो शरीर से कैलोरी की मात्रा कम करने के लिए उत्तरदायी होता है। 

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