थायरायड रोग
से बचने के लिए रोगी को विटामिन, प्रोटीनयुक्त और फाइबरयुक्त
युक्त भोजन अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए। थायरायड के रोगी के लिए मछली और
समुद्री मछली बहुत ही फायदेमंद होती है।
आयोडीन
थाइराइड
ग्रंथि के दुष्प्रभाव को कम करता है। इस लिए आयोडिन युक्त भोजन
करना चाहिए।
साबुत अनाज -
साबुत अनाज में विटामिन, मिनरल, प्रोटीन
और फाइबर अधिक मात्रा में होता है जो रोगी के लिए अच्छा होता है। यह शरीर की
रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढती है। पुराना भूरा
चावल,
जई, जौ, ब्रेड, पास्ता
और पापकॉर्न खाना चाहिए।
मछली – अगर रोग नॉनवेज
पसंद करता है तो मछली जरुर खानी चाहिये क्योंकि इसमें आयोडीन
की मात्रा अधिक होता है विशेष कर समुद्री मछलियां।
दूध और दही -
दूध और दही में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम
और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो थाइराइड रोगियों के लिए लाभकारी होता है
फल और
सब्जियां - फल और सब्जिया एंटीऑक्सीडेंट्स का प्राथमिक स्रोत होती हैं
जो कि शरीर को रोगों से लडने में सहायता प्रदान करती हैं। सब्जियों में पाया
जाने वाला फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत करता है जो खाने को पचाने में मदत करता है।
हरी और पत्तेदार
सब्जियां थायरायड ग्रंथि की खराबी के लिए अच्छी होती हैं। हाइपरथाइराइजिड्म
हड्डियों को पतला और कमजोर बनाता है इसलिए हरी और
पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।
लाल और हरी
मिर्च,
टमाटर और ब्लूबेरी खाने
से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ती है। इसलिए थायरायड के रोगी को फल और
हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।