क्या शारीरिक अंतरंगता से मजबूत होते हैं रिश्ते:
जीवन में कोई
भी रिश्ता केवल भावनाओं के
दम पर आगे नहीं बढ़ सकता। इसके लिए रिश्ते में भावनाओं के साथ शारीरिक मौजूदगी का
होना भी आवश्यक है। कोई भी इनसान केवल भावनाओं के दम पर जीवित नहीं रह सकता। जीवित
रहने के लिए उसे अपने पार्टनर का भावनाओं के साथ
शारीरिक साथ की भी जरूरत होती है।
शारीरिक साथ का अर्थ केवल सेक्स करना ही नहीं
है बल्कि अपने
पार्टनर के साथ मुस्कान से लेकर प्यार भरी झप्पी तक हो सकती है। अपने पार्टनर
की बातों को सुनना, उसे समझना और अपनी बाते समझाना है। इससे न केवल रिश्ते मजबूत
होते हैं बल्कि तनाव भी कम होता है। यह बात भी देखी जाती है कि
जब कभी रिश्ते में फिजिकल रिलेश्न की कमी होती है वहां
अक्सर रिश्ते
टूटने लगते हैं। एक-दूसरे के प्रति प्यार कम होने लगते हैं। ऐसे में जीवन के खुशहाल
बनाए रखने के लिए आवश्यकता है कि आप अपने पार्टनर को शारीरिक
और मानसिक रूप से साथ दें।

रिश्ते में विश्वास
की महत्व
यदि आप अपने पार्टनर
के साथ सुखी जीवन व्यतित करना चाहते हैं तो रिश्ते में विश्वास
होना आवश्यक है। ऐसे में आप को अपने साथी से अपनी सभी समस्याओं
खासकर सेक्स समस्याओं के बारे में बातचीत करें। उसे अपनी समस्या बताएं और उसकी
समस्या भी सुने। इससे एक-दूसरे पर विश्वास बढ़ेगा और रिश्ते में मजबूती आती है।
यदि आपका अपने साथी पर भरोसा है तो आप बिना संकोच किए अपने साथी को
अपनी समस्या बताना होगा।
रोमैंटिक
वातावरण

इससे न केवल आप का जीवन सेक्स के
प्रति अच्छा होगा बल्कि आप हमेशा अपने साथ के करीब रह पाएंगे। आप के जीवन उत्पन्न
होने वाली सभी समस्या जो आप के साथ के साथ है दूर हो जाएंगे।
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