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Wednesday 19 February 2014

क्या सेक्स के बिना संबंध संभव

अक्सर माना जाता है कि यदि पति-पत्नी के बीच प्रेम और सेक्स संबंध अच्छे हो तो उनसे अधिक खुशहाल जीवन किसी और का नहीं हो सकता। लेकिन यह भी जानना आबश्यक है कि क्या सेक्स के बिना पति-पत्नी का संबंध संभव है। ऐसे सवालों का जबाव तय करना मुश्किल है लेकिन आम राय तो यही है कि पति-पत्नी

का सेक्स के बिना अच्छे संबंध बनाए रखना मुश्किल होता है। जिस प्रकार दोनों साथियों को एक-दूसरे से भावनात्मक संबंधों की जरूरत होती है ठीक वैसे ही दोनों की शारीरिक जरूरतें भी होती है, जिसके बिना दोनों के संबंध में खटास आने की संभावनाएं बन जाती है। सेक्स के बिना संबंध संभव हैं या नहीं जाने-
शोधों पता चलता है कि दांपत्य जीवन में यदि पति-पत्नी के बीच प्यार चाहे कितना भी हो लेकिन सेक्स संबंध ना हो तो रिश्ते बेहतर बनना मुश्किल होता है।
अक्सर देखा गया है कि पति-पत्नी के संबंधों में सेक्स ना होने के कारण दोनों एक-दूसरे के प्रति लापरवाही बरतने लगते हैं जिससे उनके बीच प्यार कम होने लगता हैं और रिश्ते टूट जाते हैं।
सेक्स के बिना संबंधों एक ही कारण हो सकता है जब पति-पत्नी दोनों की ही सेक्स में रूचि न हो लेकिन ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है। अतः माना जा सकता है कि सेक्स से बिना पती-पत्नी के बीच संबंधी संभव नहीं है। अपने बीच बने प्यार से कुछ समय तक संबंध को कायम रखा जा सकता है लेकिन हमेशा के लिए नहीं।


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सुहागरात
सेक्स नॉलेज

Monday 17 February 2014

Home remedy for dandruff

बालों की रूसी दूर करने के लिए

  1. अगर आप रूसी से परेशान है तो आप को चाहिए कि आप नारियल www.jkhealthworld.com/hindi/रूसीके तेल में निंबू का रस मिलाकर पकाएं और उससे रोजाना सर की मालिश करें।
  2. रूसी को दूर करने के लिए पानी में भीगी मूंग को पीसकर नहाते समय शेम्पू की जगह लागाए। इससे रूस समाप्त  होती है।
  3. रूस होने पर मूंग के पावडर में दही मिलाकर सिर पर एक घंटा तक लगाकर रखें। फिर उसे धो लें।
  4. रीठा को पानी में मसलकर उस पानी से बाल धोने से रूस खत्म होता है।

Home remedy for headache

सिर दर्द से राहत के लिए



  1. अगर आप सिर दर्द से परेशान है तो आप तेज पत्ती वाली काली चाय में निंबू का रस निचोड़ कर पीएं। इससे सिर दर्द में अत्यधिक लाभ होता है.
  2. सिर दर्द
    सिर दर्द
  3. सिर दर्द से आराम पाने के लिए नारियल पानी या चावल के धुले पानी में सौंठ के पावडर का लेप बनाकर सिर पर लेप करें। सिर दर्द में आराम मिलेगा।
  4. सफेद चन्दन के पावडर को चावल के धुले पानी में घिसकर सिर पर लेप करने से सिर दर्द में आराम मिलता है।
  5. सफेद सूती कपडा पानी में भिगोकर माथे पर रखने से भी सिर दर्द 0आराम मिलता है।
  6. लहसुन पानी में पीसकर सिर पर लेप लगाएं। यह सिर दर्द में आरामदायक होता है।
  7. लाल तुलसी के पत्तों को कुचल कर उसका रस दिन में 2 , 3 बार माथे पर लगाने से दर्द में राहत मिलता है।
  8. जायेफल को घिसकर चावल के धुले पानी में लेप बनाकर लगाने से भी सर दर्द में आराम मिलेगा
  9. हरा धनियां कुचलकर लेप बनाकर लगाने से भी बहुत आराम मिलेगा।
  10. सफेद  सूती कपडे को सिरके में भिगोकर माथे पर रखने से सिर दर्द में राहत मिलती है।

Friday 14 February 2014

पपीता एक फायदे अनेक

पपीता एक फायदे अनेक
पपीता में अनेक प्रकार के गुण पाए जाते हैं। पपीता पेट के लिए बहुत लाभकारी है और त्वचा को भी खूबसूर बनाने में लाभकारी है। यह कई बीमारियों से दूर रखता है और इसका स्वाद भी बेजोड़ है। छूने में बटर की तरह और खाने में बेहद स्वादिष्ट लगने वाले इस पपीते में विटामिन 'सी' भरपूर मात्रा में होता है। पपीते में पपेन नामक पदार्थ पाया जाता है जो मांसाहार गलाने के काम आता है। इसमें विटामिन ए, बी, डी, प्रोटीन, कैल्शियम, लौह आदि होने के कारण इसे सेहत का खजाना माना जाता हैं। आधे पपीते में तकरीबन 59 कैलोरीज और तीन ग्राम रेशे होते हैं। इसमें “कारपेन या कार्पेइन” तत्व होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसलिए ब्लडप्रेशर के रोगी को पपीता रोजाना खाना चाहिए। पीलिया होने पर रोजाना पपीता सेवन काफी लाभकारी होता है।
  1. ब्लडप्रेशर की बीमारी- पपीते में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ए, सी और ई पाया जाता है जिससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल नहीं जम पाता और हार्ट की बीमारी से बचाव होता है। इसमें “कारपेन या कार्पेइन” तत्व पाए जाता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसलिए बीपी के रोगी को पपीता रोजाना खाना चाहिए।
  2. पाचन तंत्र के लिए- पपीते के रस में पॅपेइन नामक एक तत्त्व पाया जाता है जो पचानतंत्र के लिए वेहद लाभकारी होता है। इसमें दस्त और पेशाब साफ लाने का गुण होने के कारण कब्ज रोगी के लिए बहुत लाभकारी होता है।
  3. एजिंग रोके- पपीता खाने से हमारा शरीर भोजन से सारे पोषण आराम से ग्रहण कर लेता है जिससे उसकी जरूरत पूरी हो जाती है जिससे शरीर को सारे जरूरी पोषण मिलते हैं और शरीर सालों साल जवान बना रहता है।
  4. माहवारी में अनियमितता- अगर किसी महिला को माहवारी में अनियमितता हो तो 250 ग्राम पका पपीता कम से कम एक माह तक रोजाना खाएं. रोजाना पपीते के सेवन से माहवारी की समस्या से जल्द आराम मिलता है.
  5. कील मुंहासे- पके हुए पपीते का गूदा चेहरे पर लगाने से मुहांसे और झांई से बचाव किया जा सकता है। इससे त्वचा का रूखापन दूर होता है और झुर्रियों को रोका जा सकता है। इस कारण चेहरे के दाग धब्बों को मिटाने के लिए इसका प्रयोग बहुत ही लाभदायक है.
  6. कैंसर- पपीते में एंटी कैंसर के गुण पाये जाते हैं और इसमें मौजूद विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और विटामिन ई शरीर में कैंसर सेल बनने से रोकते हैं। कैंसर को रोगी को रोजाना पपीता खाना चाहिए।
  7. आंखों के लिए- पपीता नेत्र रोगों में बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से रतौंधी रोग का निवारण होता है और आंखों की रोशनी बढती है।
स्नास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए क्लिक करें-

Thursday 13 February 2014

मधुमेह को कम करने में लाभकारी है दही


क्या आपको दही खाना पसंद करते हैं, अगर हां तो प्रचुर मात्रा में दही खाइए क्योंकि कम वसा वाले खमीरीकृत दुग्ध उत्पादों का सेवन, टाइप 2 मधुमेह का खतरा कम करता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज के वैज्ञानिकों द्वारा हुए एक सोध में पाया गया है कि दही नहीं खाने वालों के अपेक्षा अधिक मात्रा में दही खाने वालों में टाइप 2 मधुमेह का खतरा 28 प्रतिशत तक कम होता है। यह शोध इस बात की साबित करती है कि विशेष खाद्य पदार्थ टाइप 2 मधुमेह से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शोध में नॉरफोक, ब्रिटेन में रहने वाले 25,000 पुरषों और महिलाओं को शामिल किया गया। शोध में ऐसे 753 लोगों में एक हफ्ते तक खाद्य पदार्थो और पेय की खपत के दैनिक रिकॉर्ड की तुलना की गई, जिनमें 11 वर्षों में टाइप 2 मधुमेह होने की  संभावना थी।
इस शोध में पूर्ण दुग्ध उत्पादों की खपत से मधुमेह के खतरे के संबंध की जांच की गए और पाया गया कि कम वसा वाले दही और पनीर जैसे खमीरीकृत दुग्ध उत्पादन की उच्च खपत करने वालों में 11 सालों में टाइप 2 मधुमेह की संभावना 24 प्रतिशत कम थी। खमीरीकृत दुग्ध उत्पादों से प्रोबायोटिक बैक्टीरिया और खमीरीकरण से जुड़े विशेष प्रकार के विटामिन `के` मधुमेह में लाभदायक हो सकते हैं। ऐसे में अगर कोई टाईप 2 मधुमेह से पीड़ित है तो उसे दुग्ध से बने उत्पादों का सेवन करना चाहिए विशेष कर दही का।
स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें-


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