वर्कआउट से पहले डाईट
खाली पेट दौडऩे से शरीर को नुकसान हो सकता है। अतः शरीर को फिट रखने के लिए जरूरी है- वर्कआउट व स्पोर्ट्स के लिए सही भोजन लेना। सभी एक्सरसाइज की प्रकृति को समझना बेहद जरूरी
है। तभी आप एक्सरसाइज से पहले, एक्सरसाइज के दौरान और एक्सरसाइज के बाद शरीर को ऊर्जा उपलब्ध करा पाएंगे।
वॉकिंग, जॉगिंग, एरोबिक्स, जुम्बा, स्पिनिंग आदि फैट को बर्न करने वाले एक्सरसाइज हैं। ये एक्सरसाइज कार्डियो वेस्कुलर सिस्टम की मांग को बढ़ाता है जिससे शरीर द्वारा ऑक्सीजन के इस्तेमाल की
क्षमता बढ़ जाती है। कार्डियो एक्सरसाइज को खाली पेट ही करना चाहिए। ये एक्सरसाइज शरीर के फैट और
कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल फ्यूल के रूप में करता है। अगर शरीर में कार्बोहाइड्रेट उपलब्ध रहेगा तो फैट कम बर्न होगा।
कार्बोहाइड्रेट ग्लूकोज सप्लाई करता है, जो कि शरीर का प्राथमिक फ्यूल होता है। यह फैट और प्रोटीन की तुलना में तेजी से पचता है। इसलिए कर्डियो एक्सरसाइज से पहले भोजन करने का कोई महत्व
नहीं है। यही वजह है कि सुबह कार्डियो एक्सरसाइज करना ज्यादा असरदार होता है। पर इसका मतलब यह नहीं कि आप रात को भी कार्बोहाइड्रेट न लें। रात को अच्छे से खाना जरूरी होता है, ताकि
सुबह एक्सरसाइज के दौरान आपका शरीर ऊर्जा के लिए
प्रोटीन का इस्तेमाल न करे।
एक्सरसाइज शुरू करने के करीब 20-25 मिनट बाद ही शरीर फैट को बर्न करना शुरू करता है। अगर कोई पूरी तरह से कार्बोहाइड्रेट का त्याग कर दे तो शरीर प्रोटीन से ऊर्जा लेना शुरू कर देगा। ऐसे में
आपका मसल कम होगा और फैट कम करने का आपका उद्देश्य पूरा नहीं हो पाएगा।
मैराथन धावक के लिए वर्कआउट से पहले पौष्टिक तत्व लेना बेहद जरूरी होता है। यह एक ऐसी कार्डियो एक्टिविटी है जिसमें लंबे समय तक बड़ी मात्रा में ऊर्जा की जरूरत होती है। इसलिए ऐसे
एक्टिविटी में फ्यूल के लिए कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की जरूरत होती है। लंबे समय तक कार्डियो करने से मसल भी कम होता है, जिसे केटाबोलिक स्टेट कहते हैं। इसलिए अत्याधिक इस्तेमाल में आए
मसल के विकास और रिपेयर के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है।
मैराथन धावक को वर्कआउट से करीब 2 घंटे पहले भोजन करना चाहिए। इसके लिए ओट्स और कम फैट वाला
दूध, नट्स के साथ अन्न व फलों का मिश्रण, गेहूं की रोटी के साथ फल, थोड़ा सा नट
बटर, उबले हुए अंडे की सफेदी के साथ एक फल या एक पूरा अंडा ले सकते हैं।
कार्डियो वर्कआउट के लिए जरूरी है कि आप सादा पानी पीते रहें। हमारे मसल में 60 प्रतिशत पानी होता है। ज्यादा पसीना निकलने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और आप डिहाइड्रेशन के
शिकार हो सकते हैं। कभी स्पोर्ट्स ड्रिंक न पीएं, क्योंकि यह सुगर से भरा होता है। ज्यादा सुगर सिर्फ गैस्ट्रोइन्टेस्टनल ट्रैक्ट में समस्या ही पैदा करेगा।