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Wednesday, 11 December 2013

Suppurated grain


अंकुरित अनाज
अंकुरित आनाज स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है। अंकुरित करने से अनाज में पोषक तत्वों की मात्रा दुगुनी हो जाती है और इसके सेवन से शरीर को रोगप्रतिरोधक शक्त बढ़ने के साथ शरीर भी शक्तिशाली बनता है। चना, मूंग, सोयाबीन, मटर आदि को अंकुरित करके खाना खाफी लाभकारी है। सर्दियों के मौसम में नाश्ते में अंकुरित अनाज का सेवन करना स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा होता है। अंकुरित अनाज का सेवन भरपूर मात्रा में आप सूप या सलाद के साथ भी कर सकते हैं।
अंकुरित अनाज सस्ता, बनाने में आसान व पौष्टिक होता है जो शरीर के लिए बेहद लाभदायक होता है। विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, एंटी ऑक्सीडेंट आदि की भरपूर मात्रा होने के कारण अंकुरित अनाज पचने में भी आसान होता है और पाचनशक्ति को बढ़ाता है।

Monday, 9 December 2013

Salad for cod sesson


सर्दी के मौसम में व्यायाम द्वारा अपने शरीर को गर्म एव ऊर्जावान बनाए रखने का प्रचन है। ऐसे में यदि व्यायाम के साथ अपने भोजन में ऐसी चीजों को शामिल कर लिया जिससे शरीर को भरपूर मात्रा में कैलोरी मिल सके तो फिर क्या कहने। ऐसे ही शरीर को गर्म रखने और भरपूर कॉलोरी के लिए सलाद सबसे अच्छा उपाय है।
सलाद- यदि आप सर्दी के मौसम में स्वस्थ्य रहना चाहते हैं तो आपके अपने सुबह व शाम के भोजन में सलाद को समिल जरूर करें। सलाद में कम कैलोरी और अधिक फाइबर होता है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत अच्छा होता है। यह उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो कम कैलोरी और अधिक फाइबर वाले फूड लेना पसंद करते हैं। सलाद के लिए आप कच्ची सब्जियां और फलों का उपयोग कर सकते हैं। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, नेचुरल एंजाइम्स और फाइबर्स होते हैं जो शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदत करता है और भोजन के पाचन में भी सहायक होते हैं। यह आपका वजन भी नियंत्रित रहता है। यदि आप सेहत के प्रति जागरूक हैं तो आपको रोजाना कम से कम एक बड़ा कप हरी सलाद जरूर खाएं। 

आहार चिहित्सा के अन्य जानकारी के लिए आहार चिकित्सा

Groundnut for cold


सर्दी के मौसम के लिए मूंगफली सबसे अच्छा माना जाता है। इसका सेवन शरीर को गर्म रखता है और इसमें सभी पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। भारत में सर्दी के मौसम में सिकी हुई मूंगफली खाना काफी प्रचलित है। लोग अक्सर टाइम पास के लिए भी इसे चबाते रहते हैं। लोग अक्सर टाइम पास के नाम पर मूंगफली का सेवन तो करते हैं लेकिन उनमें से अधिकतर को इसके गुणों के बारे में पता नहीं होता। ऐसे लोग अनजाने में ही पौष्टिक तत्व से भरपूर मूंगफली का सेवन करते हैं जो उनके शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। एक शोध के अनुसार एक मूंगफली में जितनी प्रोटीन, चिकनाई और शर्करा पाई जाती है उतनी दूध व अंडे को मिलाकर भी नहीं मिल पाता है। मूंगफली में पाए जाने वाले प्रोटीन दूध से मिलती-जुलती है और चिकनाई घी से मिलती है। केवल मूंगफल खाने से ही दूध, बादाम और घी की पूर्ति हो जाती है।

Thursday, 5 December 2013

turmeric use for skin care and stomach worms

पेट में कीड़े हो गया हो तो 1 चम्मच हल्दी पाउडर रोज सुबह खाली पेट एक सप्ताह तक ताजा पानी के साथ सेवन करें। इससे पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। यदि आप चाहे तो इस मिश्रण में थोड़ा नमक भी मिला सकते हैं।
www.jkhealthworld.com/hindi/हल्दीचेहरे पर दाग-धब्बे और झाइयां हो गए हो तो हल्दी और काले तिल को बराबर मात्रा में पीसकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। हल्दी-दूध का पेस्ट लगाने से त्वचा का रंग निखरता है और चेहरा खिला उठता है।
खांसी में हल्दी की छोटी गांठ मुंह में रख कर चूसने से खांसी नहीं उठती। त्वचा से अनचाहे बाल हटाने के लिए हल्दी पाउडर को गुनगुने नारियल तेल में मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को हाथ-पैरों पर लगाएँ। इसे त्वचा मुलायम रहती है और शरीर के अनचाहे बाल भी धीरे-धीरे हट जाते हैं।
सनबर्न की वजह से त्वचा झुलस गयी हो या काली पड़ गयी हो तो हल्दी में पाउडर, बादाम चूर्ण और दही मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं। इससे त्वचा का रंग निखर जाता है और सनबर्न की वजह से काली पड़ी त्वचा भी ठीक हो जाती है। यह एक तरह से सनस्क्रीन लोशन की तरह काम करता है।
मुंह में छाले होने पर गुनगुने पानी में हल्दी का पाउडर मिलाकर कुल्ला करने से छाले ठीक होते है।


Wednesday, 4 December 2013

How to care in pregnancy


गर्भावस्था के दौरान अक्सर सुनने को मिलता है कि यह नहीं करना चाहिए, वह नहीं करना चाहिए। इसका कारण है गर्भावस्था में मां और बच्चे को स्वस्थ्य रखना। गर्भावस्था के दौरान स्त्री का शरीर छोटी-छोटी बातों से भी प्रभावित हो सकता है। गर्भवस्था के दौरान शिशु के सुरक्षा के लिए शरीर शिशु के विकास और उसे www.jkhealthworld.com/hindi/गर्भावस्थासुरक्षित रखने में अपनी पूरी ऊर्जा खर्च करने में लग जाता है। ऐसे में स्त्री को खुद पर कुछ अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। ये बात तो पहले से जानते हैं कि दर्भावस्था के दौरान अल्कोलहल का सेवन व धूम्रपान करना हानिकारक है लेकिन इसके साथ अन्य बातों कइ बातों भी है जिसका ध्यान रखना चाहिए।
दूर रहें पेंट और कलर से- पेंट में कई प्रकार के केमिकल्स होते हैं और आपके शरीर के संपर्क में आने पर वह बहुत हानि पहुंचा सकता है। कुछ अध्ययन से पता चला है कि जो स्त्री ऐसे पदार्थ के संपर्क में अधिक रहती हैं, उनके गर्भस्थ शिशु को गैस्ट्रोसाइसिस से पीड़ित होने का खतरा तीन से चार गुना बढ़ जाता है। आपकी ममता शिशु के प्रति प्यार-दुलार और उसकी फिक्र में झलकती है।
हाई हील ना पहने- स्त्रियों में आकर्षक दिखने के लिए कुछ भी करना की चाहते हमेशा बनी रहती है, ऐसे में वे चाहे गर्भवस्ती ही क्यों ना हो। ऐसे में यदि आप कोई हाई हील चुनें तो थोड़ी सकर्तता आवश्यक रखें। पतली हील न सिर्फ आपका पीठ दर्द बढ़ा सकती है, बल्कि कुछ और तकलीफ भी दे सकती है। गर्भावस्था में आपका पेट बढ़ जाता है तो शरीर का सामान्य संतुलन भी प्रभावित होता है। ऐसे में हाई हील पहनने पर आपको चलने में दिक्कत आ सकती है और गिरने का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है जिससे गर्भ की हानी हो सकती है। इस लिए गर्भावस्था के दौरान फ्लैट चप्पल या बहुत कम हील पहनना ही बेहतर रहता है।
दूर रहे कीटनाशक से- अधिकांश कीटनाशकों में डाइथिटोल्यूमाइड मौजूद होता है जो बहुत ही हानिकारक होता है और शरीर के संपर्क में आने पर त्वचा के द्वारा रक्त वाहिकाओं में पहुंच सकता है और शिशु के तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अच्छा होगा कि कीटनाशक खरीदते समय लेबल देखकर यह सुनिश्चित कर लें कि  उसमें डाइथिटोल्यूमाइड मौजूद तो नहीं है। वेहतर होगा सिट्रोनेला बेस्ड उत्पाद का इस्तेमाल करें जो पूरी तरह सुरक्षित है।
बचे हेयर डाई से- गर्भावस्था में हेयर डाई से भी हानि होती है। हेयर डाई में खतरनाक केमिकल्स होते हैं लेकिन इससे गंभीर खतरा तभी उत्पन्न होता है जब आप उसकी अत्यधिक मात्रा के संपर्क में आती हैं। जितनी हेयर डाई आप उपयोग करती हैं उतने में मौजूद केमिकल की मात्रा गंभीर नुकसान नहीं पहुंचाती लेकिन वेहतर यही होगी कि आप गर्भावस्था के प्रथम तीन माह तक उससे दूर ही रहें। इसके अलावा अगर आप चाहें तो केमिकल रहित मेहंदी का इस्तेमाल करें सकते हैं जो किसी भी तरह का नुकसान नहीमं पहुंचाता।
गर्भावस्था की अन्य जानकारी के लिए पढ़े-
http://www.jkhealhworld.com/hindi/

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