पपीता एक फायदे अनेक
पपीता में अनेक प्रकार के गुण पाए जाते हैं। पपीता पेट के लिए बहुत लाभकारी है और त्वचा को भी खूबसूर बनाने में लाभकारी है। यह कई बीमारियों से दूर रखता है और इसका स्वाद भी बेजोड़ है। छूने में बटर की तरह और खाने में बेहद स्वादिष्ट लगने वाले इस पपीते में विटामिन 'सी' भरपूर मात्रा में होता है। पपीते में पपेन नामक पदार्थ पाया जाता है जो मांसाहार गलाने के काम आता है। इसमें विटामिन ए, बी, डी, प्रोटीन, कैल्शियम, लौह आदि होने के कारण इसे सेहत का खजाना माना जाता हैं। आधे पपीते में तकरीबन 59 कैलोरीज और तीन ग्राम रेशे होते हैं। इसमें “कारपेन या कार्पेइन” तत्व होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसलिए ब्लडप्रेशर के रोगी को पपीता रोजाना खाना चाहिए। पीलिया होने पर रोजाना पपीता सेवन काफी लाभकारी होता है।
- ब्लडप्रेशर की बीमारी- पपीते में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ए, सी और ई पाया जाता है जिससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल नहीं जम पाता और हार्ट की बीमारी से बचाव होता है। इसमें “कारपेन या कार्पेइन” तत्व पाए जाता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसलिए बीपी के रोगी को पपीता रोजाना खाना चाहिए।
- पाचन तंत्र के लिए- पपीते के रस में पॅपेइन नामक एक तत्त्व पाया जाता है जो पचानतंत्र के लिए वेहद लाभकारी होता है। इसमें दस्त और पेशाब साफ लाने का गुण होने के कारण कब्ज रोगी के लिए बहुत लाभकारी होता है।
- एजिंग रोके- पपीता खाने से हमारा शरीर भोजन से सारे पोषण आराम से ग्रहण कर लेता है जिससे उसकी जरूरत पूरी हो जाती है जिससे शरीर को सारे जरूरी पोषण मिलते हैं और शरीर सालों साल जवान बना रहता है।
- माहवारी में अनियमितता- अगर किसी महिला को माहवारी में अनियमितता हो तो 250 ग्राम पका पपीता कम से कम एक माह तक रोजाना खाएं. रोजाना पपीते के सेवन से माहवारी की समस्या से जल्द आराम मिलता है.
- कील मुंहासे- पके हुए पपीते का गूदा चेहरे पर लगाने से मुहांसे और झांई से बचाव किया जा सकता है। इससे त्वचा का रूखापन दूर होता है और झुर्रियों को रोका जा सकता है। इस कारण चेहरे के दाग धब्बों को मिटाने के लिए इसका प्रयोग बहुत ही लाभदायक है.
- कैंसर- पपीते में एंटी कैंसर के गुण पाये जाते हैं और इसमें मौजूद विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और विटामिन ई शरीर में कैंसर सेल बनने से रोकते हैं। कैंसर को रोगी को रोजाना पपीता खाना चाहिए।
- आंखों के लिए- पपीता नेत्र रोगों में बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से रतौंधी रोग का निवारण होता है और आंखों की रोशनी बढती है।
स्नास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए क्लिक करें-