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Tuesday, 25 February 2014

हेल्दी आदते जो रखे आप को स्वस्थ्य

बाहर से घर आने के बाद, किसी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के बाद, खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, खाने के बाद और बाथरूम का उपयोग करने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। इससे आप के हाथों में लग कीटाणु नष्ट होगा है और आप स्वस्थ्य रहेंगे। यदि आपके घर में कोई छोटा बच्चा है तो निश्चित रूप से साबून से हाथ धोएं।
घर में साफ-सफाई पर ध्यान दें, विशेषकर रसोई तथा शौचालयों पर। पानी को कहीं भी जमा न होने दें। सिंक, वॉश बेसिन आदि जैसी जगहों पर नियमित रूप से सफाई करें तथा फिनाइल, फ्लोर क्लीनर आदि का उपयोग करें। खाने की किसी भी चीजों को खुला न छोड़ें। कच्चे और पके हुए खाने को अलग-अलग रखें। खाना पकाने तथा खाने के लिए उपयोग में आने वाले बर्तनों, फ्रिज, ओवन आदि को हमेशा साफ रखें। कभी भी गीले बर्तनों को रैक में नहीं रखें, न ही बिना सूखे डिब्बों आदि के ढक्कन लगाकर रखें।
ताजी सब्जियों एवं फलों का प्रयोग करें। मसाले, अनाजों तथा अन्य सामग्री का भंडारण भी सही तरीके से करें तथा एक्सपायरी डेट वाली वस्तुओं पर का ध्यान रखें।
बहुत ज्यादा तेल, मसालों से बने, बैक्ड तथा गरिष्ठ भोजन का उपयोग न करें। खाने को सही तापमान पर पकाएं और ज्यादा पकाकर सब्जियों आदि के पौष्टिक तत्व नष्ट न करें। साथ ही ओवन का प्रयोग करते समय तापमान का खास ध्यान रखें। भोज्य पदार्थों को हमेशा ढंककर रखें और ताजा भोजन खाएं।
खाने में सलाद, दही, दूध, दलिया, हरी सब्जियों, साबुत दाल-अनाज आदि का प्रयोग अवश्य करें। कोशिश करें कि आपकी प्लेट में 'वैरायटी ऑफ फूड' शामिल हो। खाना पकाने तथा पीने के लिए साफ पानी का उपयोग करें। सब्जियों तथा फलों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाएं।
खाना पकाने के लिए अनसैचुरेटेड वेजिटेबल ऑइल (जैसे सोयाबीन, सनफ्लॉवर, मक्का या ऑलिव ऑइल) के प्रयोग को प्राथमिकता दें। खाने में शकर तथा नमक दोनों की मात्रा का प्रयोग कम से कम करें। जंकफूड, सॉफ्ट ड्रिंक तथा आर्टिफिशियल शकर से बने ज्यूस आदि का उपयोग न करें। कोशिश करें कि रात का खाना आठ बजे तक हो और यह भोजन हल्का-फुल्का हो।

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Monday, 24 February 2014

वर्कआउट से पहले डाईट

वर्कआउट से पहले डाईट
खाली पेट दौडऩे से शरीर को नुकसान हो सकता है। अतः शरीर को फिट रखने के लिए जरूरी है- वर्कआउट व स्पोर्ट्स के लिए सही भोजन लेना। सभी एक्सरसाइज की प्रकृति को समझना बेहद जरूरी
है। तभी आप एक्सरसाइज से पहले, एक्सरसाइज के दौरान और एक्सरसाइज के बाद शरीर को ऊर्जा उपलब्ध करा पाएंगे।
वॉकिंग, जॉगिंग, एरोबिक्स, जुम्बा, स्पिनिंग आदि फैट को बर्न करने वाले एक्सरसाइज हैं। ये एक्सरसाइज कार्डियो वेस्कुलर सिस्टम की मांग को बढ़ाता है जिससे शरीर द्वारा ऑक्सीजन के इस्तेमाल की
क्षमता बढ़ जाती है। कार्डियो एक्सरसाइज को खाली पेट ही करना चाहिए। ये एक्सरसाइज शरीर के फैट और कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल फ्यूल के रूप में करता है। अगर शरीर में कार्बोहाइड्रेट उपलब्ध रहेगा तो फैट कम बर्न होगा।
कार्बोहाइड्रेट ग्लूकोज सप्लाई करता है, जो कि शरीर का प्राथमिक फ्यूल होता है। यह फैट और प्रोटीन की तुलना में तेजी से पचता है। इसलिए कर्डियो एक्सरसाइज से पहले भोजन करने का कोई महत्व
नहीं है। यही वजह है कि सुबह कार्डियो एक्सरसाइज करना ज्यादा असरदार होता है। पर इसका मतलब यह नहीं कि आप रात को भी कार्बोहाइड्रेट न लें। रात को अच्छे से खाना जरूरी होता है, ताकि
सुबह एक्सरसाइज के दौरान आपका शरीर ऊर्जा के लिए प्रोटीन का इस्तेमाल न करे।
एक्सरसाइज शुरू करने के करीब 20-25 मिनट बाद ही शरीर फैट को बर्न करना शुरू करता है। अगर कोई पूरी तरह से कार्बोहाइड्रेट का त्याग कर दे तो शरीर प्रोटीन से ऊर्जा लेना शुरू कर देगा। ऐसे में
आपका मसल कम होगा और फैट कम करने का आपका उद्देश्य पूरा नहीं हो पाएगा।
मैराथन धावक के लिए वर्कआउट से पहले पौष्टिक तत्व लेना बेहद जरूरी होता है। यह एक ऐसी कार्डियो एक्टिविटी है जिसमें लंबे समय तक बड़ी मात्रा में ऊर्जा की जरूरत होती है। इसलिए ऐसे
एक्टिविटी में फ्यूल के लिए कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की जरूरत होती है। लंबे समय तक कार्डियो करने से मसल भी कम होता है, जिसे केटाबोलिक स्टेट कहते हैं। इसलिए अत्याधिक इस्तेमाल में आए
मसल के विकास और रिपेयर के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है।
मैराथन धावक को वर्कआउट से करीब 2 घंटे पहले भोजन करना चाहिए। इसके लिए ओट्स और कम फैट वाला दूध, नट्स के साथ अन्न व फलों का मिश्रण, गेहूं की रोटी के साथ फल, थोड़ा सा नट
बटर, उबले हुए अंडे की सफेदी के साथ एक फल या एक पूरा अंडा ले सकते हैं।
कार्डियो वर्कआउट के लिए जरूरी है कि आप सादा पानी पीते रहें। हमारे मसल में 60 प्रतिशत पानी होता है। ज्यादा पसीना निकलने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और आप डिहाइड्रेशन के
शिकार हो सकते हैं। कभी स्पोर्ट्स ड्रिंक न पीएं, क्योंकि यह सुगर से भरा होता है। ज्यादा सुगर सिर्फ गैस्ट्रोइन्टेस्टनल ट्रैक्ट में समस्या ही पैदा करेगा।

Sunday, 23 February 2014

भिंडी खाने से डायबिटीज, खांसी, बुखार में लाभ


भिंडी खाने से डायबिटीज, खांसी, बुखार में लाभ
भारत में भिंडी सबसे अधिक पसंद की जाने वाली सब्जियां है। इसका वानस्पतिक नाम एबेल्मोस्कस एस्कुलेंट्स है। भिंडी अत्यधिक प्रचलित सब्जियां है जो छोटे बगीचों से लेकर खेतों में बड़े पैमाने पर उगाई जाती है। सामान्यत: लोग इसे सिर्फ एक सब्जी मानते हैं लेकिन आदिवासी इलाकों में इसे अनेक रोगों के चिकित्सा के लिए प्रयोग किया जाता है।
डायबिटीज के रोगियों को अक्सर भिंडी की अधपकी सब्जी का सेवन करना चाहिए। गुजरात के एक हर्बल जानकारों के अनुसार ताजी हरी भिंडी ज्यादा असर करती है।
भिंडी के बीजों का चूर्ण टोनिक की तरह काम करता है। इसके बीच के चूर्ण को बच्चों को खिलाने से बहुत लाभ मिलता है। इसमें के बीज में प्रोटीन होता है।मध्यप्रदेश के पातालकोट के भुमका नपुंसकता दूर करने के लिए पुरुषों को कच्ची भिंडी को चबाने की सलाह देते हैं, आदिवासी शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए भिंडी को बेहतर माना जाता है।
पीलिया, बुखार और सर्दी खांसी में बीच से कटी हुई भिंडी लगभग 5, नींबू रस आधा चम्मच, अनार और भुई आंवला की पत्तियां 5-5 ग्राम आदि को 1 गिलास पानी में डुबोकर रात भर के लिये रख देते है। अगली सुबह सारे मिश्रण को अच्छी तरह से पीसकर प्रतिदिन 2 बार लगातार 7 दिनों तक सेवन करें। हर्बल जानकारों की मानी जाए तो पीलिया जैसा घातक रोग एक सप्ताह में ही नियंत्रित हो जाता है।
गुजरात के आदिवासी हर्बल जानकार भिंडी का काढ़ा तैयार कर सिफलिस के रोगी को देते है। करीब 50 ग्राम भिंडी को बारीक काटकर 200 मिली पानी में उबाला जाता है और जब यह आधा शेष रहता है तो इसे रोगी को दिया जाता है। एक माह तक लगातार इस काढ़े को लेने से रोग में लाभ मिलता है।
डायबिटीज के रोगियों को भिंडी के बीजों का चुर्ण (5 ग्राम), इलायची (5 ग्राम), दालचीनी की छाल का चुर्ण (3ग्राम) और काली मिर्च (5 दाने) लेकर अच्छी तरह से कूट कर मिश्रण तैयार करके  प्रतिदिन दिन में 3 बार गुनगुने पानी के साथ मिलाकर लेने से लाभ मिलता है।

Friday, 21 February 2014

मांसाहारी आहार में भी वजन कम करना


मांसाहारी आहार के सेवन के द्वारा भी आप अपने वजन कम कर सकते हैं लेकिन इसके लिए हम एक अच्छे डाईट प्लान की जरूरत होगी। यहां हम मांसाहारी द्वारा वजन घटाने के लिए डाईट प्लान दे रहे हैं जो निम्न है-
पहला दिन-
  • रेकफास्ट: कोई भी दो फल जैसे सेब या केला और साथ में एक कप चाय लें। 
  • लंच: कार्बोहाइड्रेट में लिए जाने वाले चावल, आलू, ब्रेड और पास्ता की जगह अनाज वाले ब्रेड या रोटियां, एक पीस चिकन सलाद या फलों के साथ खाएं।
  • डिनर: मछली, स्टीम्ड ब्रोकली और कोई भी पत्ते वाली सब्जी के साथ फैट फ्री आइस क्रीम लें।
दूसरा दिन-
  • दिन की शुरुआत नींबू और शहद वाले पानी से करें।
  • ब्रेकफास्ट: एक कटोरी पोहा, उपमा या इडली लें।
  • लंच: दो रोटी, थोड़ा सा चावल और सब्जी खाएं।
  • स्नैक्स: ग्रीन टी या अन्य कोई वजन घटाने वाली चाय के साथ चार-पांच अनाज या ओट्स वाले बिस्कुट का सेवन करें।
  • डिनर: डिनर में हल्का-फुल्का खाना ही लें। अनाज के ब्रेड से बना सैंडविच और सलाद का सेवन करें।
तीसरा दिन-

  • ब्रेकफास्ट: एक कटोरी पोहा, उपमा व इडली के साथ सेब या केला लें। फलों पर शहद की टॉपिंग कर लें।
  • लंच: एक कप चावल और दाल, सब्जी और कोई भी फल जैसे अंगूर और केला ले सकते हैं।
  • डिनर: हरी सब्जी, रोटी और सेंका हुआ या उबला हुआ आलू।
चौथा दिन-
  • ब्रेकफास्ट: सेब, केला और दही का सेवन करें।
  • लंच: टमाटर सूप, रोस्टेड चिकन, मूली, टमाटर, नाशपाती और हरी कटी हुई सब्जियों के साथ रोटी खाएं।
  • डिनर: ब्राउन राइस और अननास, सेब और संतरा खाएं।
पांचवा दिन-
  • ब्रेकफास्ट: आधा कप टमाटर और कुछ बादाम।
  • लंच: बीन्स और एक रोटी साथ में सब्जी और खीरे के स्लाइस।
  • डिनर: हरी सब्जियों का सलाद लेकिन उसमें फैट युक्त पदार्थ ना हो साथ में रोटियां।
छठा दिन-
  • ब्रेकफास्ट : एक इडली या रोटी साथ में सब्जी। इसके अलावा केला और टोन्ड दूध भी लें।
  • लंच: एक रोटी, एक कप चावल, बिना मलाई युक्त दही, फिश करी, खीरा, टमाटर और प्याज का सेवन करें।
  • डिनर: ब्राउन राइस, उबले हुए पालक और सेब खाएं।
सनडे-
  • ब्रेकफास्ट: एक कटोरी पोहा, उपमा या इडली, आधा कटोरी कटे हुए टमाटार खाएं।
  • लंच: चावल, दाल और सलाद खाएं।
  • डिनर: ग्रिल किया हुआ चिकन, रोटी और अननास के टुकड़े।

Thursday, 20 February 2014

कैसे रखें लड़कियों के खुश

दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो प्यार के रिश्ते में बंधना नहीं चाहता होगा क्योंकि प्यार वो एहसास है जो दुनियां में किसी भी एहसास से बढ़कर है। लेकिन वही प्यार जो हमें बेशुमार
खुशियां देता है कभी-कभी गम का समुंदर भी बन जाता है। अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड का दिल जीतना चाहते है और उसे मुस्कुराते देखना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों पर ध्यान देना आवश्यक है। गर्लफ्रेंड को खुश रखने के लिए निम्न बातों का ख्याल रखें-
  • लड़कियों को खुशबू बेहद पसंद है इसलिए जब भी आप अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जाएं तो कोलोन, डिओ, परफ्यूम का इस्तेमाल जरूर करें।
  • आप अपनी गर्लफ्रैंड की बातों को ध्यान से सुनें क्योंकि हर लड़की चाहती है कि उसका प्रेमी उसका ख्याल रखे। इससे उसे में आप के प्रति प्यार और विश्वास बढ़ेगा।
  • अपने आप को उसके अनुसार ढालने की कोशिश करें। इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि वो क्या पसंद करती है, क्या नहीं। जब डिनर पर जाएं तो आप उसकी पसंद का खाना ऑडर करें।
  • अपनी गर्लफ्रेंड की तारीफ करें और बातों-बातों में उसकी खूबसूरती की भी तारीफ करें।
  • बातें करते वक्त उनका हाथ कुछ सेकंड के लिए जरूर थामें।
  • जब भी आप उनसे मिले प्यार से उनके सिर को चूमें और रोमांटिक बातें करें।
  • अपनी गर्लफ्रेंड को इस बात का एहसास करवाएं कि आप उनसे कितना प्यार करते है।
  • अगर वो परेशान है तो उसे गले लगाकर इस बात का एहसास दिलाएं कि वो आपके लिए कितना खास है।
  • उनकी हर छोटी से छोटी बात का भी ख्याल रखें क्योंकि ये प्यार के लिए बहुत जरूरी हिस्सा है।
  • कभी-कभी उनके पसंदीदा गाने भी उन्हें सुनाएं.
  • आप अपनी गर्लफेंड को अपने परिवार, दोस्तों से मिलवाएं इससे आपके प्रति उनका विश्वास बढ़ेगा।
  • प्यार का इजहार करने के लिए उनके बालों को प्यार से सहलाएं।
  • कभी-कभी आप उनके साथ मस्ती भी करें, जैसे गुदगुदाना करना।
  • गर्लफेंड को बाहर घूमने लेकर जाएं और अपने दिल की बातें कहें।
  • उन्हें खुश रखने के लिए और हंसाने के लिए जोक्स सुनाएं।
  • आधी रात को SMS कर उन्हें बताएं कि आप उन्हें कितना 'मिस' कर रहे हैं।
  • खुश करने के लिए उनकों फूलों का तोहफा दें। हो सकता है आपके पास तोहफा देने का कोई अवसर ना हो फिर भी उन्हें तोहफा दें।
  • उनके साथ अच्छा टाइम बिताएं और कभी-कभी उनके साथ भी डांस करें।

Wednesday, 19 February 2014

क्या सेक्स के बिना संबंध संभव

अक्सर माना जाता है कि यदि पति-पत्नी के बीच प्रेम और सेक्स संबंध अच्छे हो तो उनसे अधिक खुशहाल जीवन किसी और का नहीं हो सकता। लेकिन यह भी जानना आबश्यक है कि क्या सेक्स के बिना पति-पत्नी का संबंध संभव है। ऐसे सवालों का जबाव तय करना मुश्किल है लेकिन आम राय तो यही है कि पति-पत्नी

का सेक्स के बिना अच्छे संबंध बनाए रखना मुश्किल होता है। जिस प्रकार दोनों साथियों को एक-दूसरे से भावनात्मक संबंधों की जरूरत होती है ठीक वैसे ही दोनों की शारीरिक जरूरतें भी होती है, जिसके बिना दोनों के संबंध में खटास आने की संभावनाएं बन जाती है। सेक्स के बिना संबंध संभव हैं या नहीं जाने-
शोधों पता चलता है कि दांपत्य जीवन में यदि पति-पत्नी के बीच प्यार चाहे कितना भी हो लेकिन सेक्स संबंध ना हो तो रिश्ते बेहतर बनना मुश्किल होता है।
अक्सर देखा गया है कि पति-पत्नी के संबंधों में सेक्स ना होने के कारण दोनों एक-दूसरे के प्रति लापरवाही बरतने लगते हैं जिससे उनके बीच प्यार कम होने लगता हैं और रिश्ते टूट जाते हैं।
सेक्स के बिना संबंधों एक ही कारण हो सकता है जब पति-पत्नी दोनों की ही सेक्स में रूचि न हो लेकिन ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है। अतः माना जा सकता है कि सेक्स से बिना पती-पत्नी के बीच संबंधी संभव नहीं है। अपने बीच बने प्यार से कुछ समय तक संबंध को कायम रखा जा सकता है लेकिन हमेशा के लिए नहीं।


सेक्स संबंधि अधिक जानकारी के लिए क्लि करें-
सुहागरात
सेक्स नॉलेज

Monday, 17 February 2014

Home remedy for dandruff

बालों की रूसी दूर करने के लिए

  1. अगर आप रूसी से परेशान है तो आप को चाहिए कि आप नारियल www.jkhealthworld.com/hindi/रूसीके तेल में निंबू का रस मिलाकर पकाएं और उससे रोजाना सर की मालिश करें।
  2. रूसी को दूर करने के लिए पानी में भीगी मूंग को पीसकर नहाते समय शेम्पू की जगह लागाए। इससे रूस समाप्त  होती है।
  3. रूस होने पर मूंग के पावडर में दही मिलाकर सिर पर एक घंटा तक लगाकर रखें। फिर उसे धो लें।
  4. रीठा को पानी में मसलकर उस पानी से बाल धोने से रूस खत्म होता है।

Home remedy for headache

सिर दर्द से राहत के लिए



  1. अगर आप सिर दर्द से परेशान है तो आप तेज पत्ती वाली काली चाय में निंबू का रस निचोड़ कर पीएं। इससे सिर दर्द में अत्यधिक लाभ होता है.
  2. सिर दर्द
    सिर दर्द
  3. सिर दर्द से आराम पाने के लिए नारियल पानी या चावल के धुले पानी में सौंठ के पावडर का लेप बनाकर सिर पर लेप करें। सिर दर्द में आराम मिलेगा।
  4. सफेद चन्दन के पावडर को चावल के धुले पानी में घिसकर सिर पर लेप करने से सिर दर्द में आराम मिलता है।
  5. सफेद सूती कपडा पानी में भिगोकर माथे पर रखने से भी सिर दर्द 0आराम मिलता है।
  6. लहसुन पानी में पीसकर सिर पर लेप लगाएं। यह सिर दर्द में आरामदायक होता है।
  7. लाल तुलसी के पत्तों को कुचल कर उसका रस दिन में 2 , 3 बार माथे पर लगाने से दर्द में राहत मिलता है।
  8. जायेफल को घिसकर चावल के धुले पानी में लेप बनाकर लगाने से भी सर दर्द में आराम मिलेगा
  9. हरा धनियां कुचलकर लेप बनाकर लगाने से भी बहुत आराम मिलेगा।
  10. सफेद  सूती कपडे को सिरके में भिगोकर माथे पर रखने से सिर दर्द में राहत मिलती है।

Friday, 14 February 2014

पपीता एक फायदे अनेक

पपीता एक फायदे अनेक
पपीता में अनेक प्रकार के गुण पाए जाते हैं। पपीता पेट के लिए बहुत लाभकारी है और त्वचा को भी खूबसूर बनाने में लाभकारी है। यह कई बीमारियों से दूर रखता है और इसका स्वाद भी बेजोड़ है। छूने में बटर की तरह और खाने में बेहद स्वादिष्ट लगने वाले इस पपीते में विटामिन 'सी' भरपूर मात्रा में होता है। पपीते में पपेन नामक पदार्थ पाया जाता है जो मांसाहार गलाने के काम आता है। इसमें विटामिन ए, बी, डी, प्रोटीन, कैल्शियम, लौह आदि होने के कारण इसे सेहत का खजाना माना जाता हैं। आधे पपीते में तकरीबन 59 कैलोरीज और तीन ग्राम रेशे होते हैं। इसमें “कारपेन या कार्पेइन” तत्व होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसलिए ब्लडप्रेशर के रोगी को पपीता रोजाना खाना चाहिए। पीलिया होने पर रोजाना पपीता सेवन काफी लाभकारी होता है।
  1. ब्लडप्रेशर की बीमारी- पपीते में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ए, सी और ई पाया जाता है जिससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल नहीं जम पाता और हार्ट की बीमारी से बचाव होता है। इसमें “कारपेन या कार्पेइन” तत्व पाए जाता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसलिए बीपी के रोगी को पपीता रोजाना खाना चाहिए।
  2. पाचन तंत्र के लिए- पपीते के रस में पॅपेइन नामक एक तत्त्व पाया जाता है जो पचानतंत्र के लिए वेहद लाभकारी होता है। इसमें दस्त और पेशाब साफ लाने का गुण होने के कारण कब्ज रोगी के लिए बहुत लाभकारी होता है।
  3. एजिंग रोके- पपीता खाने से हमारा शरीर भोजन से सारे पोषण आराम से ग्रहण कर लेता है जिससे उसकी जरूरत पूरी हो जाती है जिससे शरीर को सारे जरूरी पोषण मिलते हैं और शरीर सालों साल जवान बना रहता है।
  4. माहवारी में अनियमितता- अगर किसी महिला को माहवारी में अनियमितता हो तो 250 ग्राम पका पपीता कम से कम एक माह तक रोजाना खाएं. रोजाना पपीते के सेवन से माहवारी की समस्या से जल्द आराम मिलता है.
  5. कील मुंहासे- पके हुए पपीते का गूदा चेहरे पर लगाने से मुहांसे और झांई से बचाव किया जा सकता है। इससे त्वचा का रूखापन दूर होता है और झुर्रियों को रोका जा सकता है। इस कारण चेहरे के दाग धब्बों को मिटाने के लिए इसका प्रयोग बहुत ही लाभदायक है.
  6. कैंसर- पपीते में एंटी कैंसर के गुण पाये जाते हैं और इसमें मौजूद विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और विटामिन ई शरीर में कैंसर सेल बनने से रोकते हैं। कैंसर को रोगी को रोजाना पपीता खाना चाहिए।
  7. आंखों के लिए- पपीता नेत्र रोगों में बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से रतौंधी रोग का निवारण होता है और आंखों की रोशनी बढती है।
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Thursday, 13 February 2014

मधुमेह को कम करने में लाभकारी है दही


क्या आपको दही खाना पसंद करते हैं, अगर हां तो प्रचुर मात्रा में दही खाइए क्योंकि कम वसा वाले खमीरीकृत दुग्ध उत्पादों का सेवन, टाइप 2 मधुमेह का खतरा कम करता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज के वैज्ञानिकों द्वारा हुए एक सोध में पाया गया है कि दही नहीं खाने वालों के अपेक्षा अधिक मात्रा में दही खाने वालों में टाइप 2 मधुमेह का खतरा 28 प्रतिशत तक कम होता है। यह शोध इस बात की साबित करती है कि विशेष खाद्य पदार्थ टाइप 2 मधुमेह से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शोध में नॉरफोक, ब्रिटेन में रहने वाले 25,000 पुरषों और महिलाओं को शामिल किया गया। शोध में ऐसे 753 लोगों में एक हफ्ते तक खाद्य पदार्थो और पेय की खपत के दैनिक रिकॉर्ड की तुलना की गई, जिनमें 11 वर्षों में टाइप 2 मधुमेह होने की  संभावना थी।
इस शोध में पूर्ण दुग्ध उत्पादों की खपत से मधुमेह के खतरे के संबंध की जांच की गए और पाया गया कि कम वसा वाले दही और पनीर जैसे खमीरीकृत दुग्ध उत्पादन की उच्च खपत करने वालों में 11 सालों में टाइप 2 मधुमेह की संभावना 24 प्रतिशत कम थी। खमीरीकृत दुग्ध उत्पादों से प्रोबायोटिक बैक्टीरिया और खमीरीकरण से जुड़े विशेष प्रकार के विटामिन `के` मधुमेह में लाभदायक हो सकते हैं। ऐसे में अगर कोई टाईप 2 मधुमेह से पीड़ित है तो उसे दुग्ध से बने उत्पादों का सेवन करना चाहिए विशेष कर दही का।
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Wednesday, 12 February 2014

Relation between health and love

अक्सर हम सुनते आये हैं कि दिल टूटने पर हम सिर्फ मानसिक तनाव से ग्रस्त होते हैं लेकिन प्यार में दिल टूटने का असर सेहत पर काफी बुरा पड़ डलता है जिससे हमारे शरीर का वजन कम हो जाता है। हालही में हुए सर्वेक्षण के मुताबिक रिश्ता टूटने के बाद पुरुष और स्त्री दोनों का वजन तेजी से घटता है। एक प्रयोग में एक हजार लोगों पर कराए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, लंबे समय तक चला रिश्ता टूटने के बाद स्त्रियों का वजन एक महीने में करीब 2.26 किलोग्राम तक कम हो सकता है। एक बेवसाइट की रिपोर्ट के अनुसार रिश्ते टूटने के बाद अगर कोई व्यक्ति एक साल तक अकेला रहता है तो उसका वजन छह किलोग्राम तक घट सकता है। एक इंटरब्यू में 'डेस्परेट हाउसवाइव्ज' की स्टार इवा लोंगारिया ने बताया, 'बास्केटबाल खिलाड़ी टॉनी पार्कर से अलग होने के बाद मेरा वजन छह किलो से भी कम हो गया था। मुझे स्वास्थ्य समस्याओं ने घेर लिया था और मैं तनावग्रस्त रहने लगी थी। मैंने खाना बंद कर दिया था और मैं उदास रहने लगी थी।' उन्होंने कहा, लोग कहते थे कि तुम पतली होकर ज्यादा सुंदर दिखती हो। जबकि मैं जानती थी कि मेरे अंदर कोई भी काम करने की ताकत नहीं बची थी। मैं अच्छा महसूस नहीं करती थी। मैं नहीं जानती थी कि मैं अवसाद में हूं। इससे पता चलता है कि हमारे जीवन में एक रिश्ते का क्या महत्व है। अपने संबंध को अच्छे बने रखने के लिए आवश्यक है कि हम अपने पार्टन को हमेशा खुश रखें और एक दुर से कुछ भी न छूपाएं। अपनी हम बाते सेयर करें और आप में उत्पन्न समस्यों को सूनकर उसका सही सामाधान निकालें। रिश्ते अच्छे बने रहें इसके लिए आवश्यक  है कि हम एक-दुसरे को अपनी बाते बोलने का मौका दें ताकि रिश्तों को बचाया जा सके और एक स्वास्थ्य जीवन जी पाएं।


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Tuesday, 11 February 2014

तिल-मस्सों के लिए घरेलु नुस्खें

अगर आप के चेहरे या शरीर पर कोई मस्सा या तिल है और आप उससे छूटकारा पाना चाहते हैं तो आप को इसके लिए कुछ खास नहीं करना पड़ेगा बस कुछ दिनों तक घरेलु नुस्खों को उपयोग करना होगा और आप हमेशा के लिए इस समस्या से छूटकारा पा लेंगे।
  • आलू को छीलकर के चूर्ण को मस्सों पर रगड़ने से मस्से समाप्त हो जाते हैं।
  • हरे धनिए का पेस्ट बनाकर रोजाना लगाने से मस्सों नष्ट होते हैं।
  • ताजा अंजीर को मसलकर मस्से पर लगाकर 30 मिनट तक छोड़ कर फिर गुनगुने पानी से धोने से मस्से खत्म हो जाते हैं
  • एक प्याज का रस निकालकर उसका रस नियमित रूप से दिन में एक बार मस्सों पर लगाने से मस्से की समस्या दूर हो जाती है।
  • खट्टे सेब का जूस निकालकर दिन में कम से कम तीन बार मस्से पर लगाइए। इससे मस्से धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगे।
  • चेहरे को अच्छी तरह धोकर सिरके में कॉटन भिगोकर तिल-मस्सों पर लगाने और फिर दस मिनट बाद गर्म पानी से धोने पर कुछ दिनों में मस्से गायब होते  हैं।
  • ताजे मौसमी का रस दिन में लगभग 3 या 4 बार मस्से पर लगाने से मस्से गायब होते हैं
  • मस्सों पर नियमित रूप से प्याज मलने से भी मस्से गायब हो जाते हैं।
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